लेखनी प्रतियोगिता -17-Jun-2023 "सपनों की दुनिया "
"सपनों की दुनिया"
मेरे सपनों की दुनिया में कुछ सपने मेरे ऐसे है
उन सपनों में, एक गांव मेरा, उस गांव में मेरे मां बाबा रहते हैं
वह गांव का कच्चा घर मेरा घर के बाहर एक कुआं भी है
उस कुआं का ठंडा शीतल और मीठा पानी....
हर दिन मेरे सपनों की, दुनिया में शहर वो करता है....!!
मेरे सपनों की दुनिया में, कुछ सपने मेरे ऐसे हैं
वह खेत मेरे खलियान मेरे वो आमी कटहल के पेड़ बड़े
उस गांव में पीपल की ठंडी छांव और जामुन के वो पेड़ बड़े
सावन में झूले डाल के सब सखियों के मीठे गीत बड़े
हर दिन मेरी सपनों की...दुनिया में शहर वो करते है....!!
मेरे सपनों की दुनिया में, कुछ सपने यूँ मीठे से है
सावन की बारिश में जब वो सोंधी मिट्टी घुल जाती है
वो कश्ती कागज वाली फ़िर बारिश के पानी में चलती हैं
वो ब्याह रचना...गुड्डा गुड़ियों का, क्या खूब निराला लगता है
वो कच्ची छत पे रात को..तारों को गिनना कैसा अद्भुत लगता है
हर दिन मेरे सपनों की..दुनिया में शहर वो करते हैं...!!
मधु गुप्ता "अपराजिता"
Mahendra Bhatt
29-Jun-2023 09:10 PM
👌👌
Reply
Gunjan Kamal
24-Jun-2023 11:28 PM
👌👏
Reply
Madhu Gupta "अपराजिता"
25-Jun-2023 07:24 AM
Thank you so much🙏🙏
Reply
वानी
18-Jun-2023 04:02 PM
Bahut khoob
Reply
Madhu Gupta "अपराजिता"
25-Jun-2023 07:23 AM
जी बहुत बहुत धन्यवाद
Reply